ETHEREUM
ETHEREUM क्या है ?
ETHEREUM एक स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का प्लेटफार्म है जंहा पे आप स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को बना सकते हो और वंहा पे एक्सीक्यूट होके वंहा पे काफी सारी ऐसी चीज़े कर सकते हो जो कि नार्मल सर्कमस्टांसेस में पॉसिबल नहीं होती है। ये तीसरा सबसे ज़्यादा वैल्युएबल डिजिटल करेन्सी है BITCOIN के बाद अगर मार्किट वैल्यू की बात करे तो ये दूसरे स्थान पे आता है और अभी ये जिस टेक्नोलॉजी पे काम करता हे उसे ETHEREUM BLOCKCHAIN कहते है।
ETHEREUM को किसने बनाया है ?
इसको बनाने वाला का नाम VITALIK BUTERIN है जो की कनाडा के निवासी है और इनका जन्म RUSSIA में हुआ था। इन्होने 2013 में इस आईडिया को पब्लिश किया था और जिसे पूरी तरह से सेट-अप करने में 2 साल लग गए।
ये एक बहुत ही मेधावी छात्र है जिनकी दिलचस्पी गणित विज्ञान में बहुत ज़्यादा है और इन्होने INTERNATIONAL OLYMPIAD इन INFORNATICS 2012 में BRONZE MEDAL जीता था।
ETHEREUM से पैसे कैसे कमाए जाते है ?
जैसे की आपको पता है ही की ETHEREUM एक CRYPTOCURRENCY है और जितने भी CRYPTOCURRENCIES होते है सभी को आप खरीद सकते है और बेच भी सकते है। पहले आपको किसी भी CRYPTOCURRENCY एक्सचेंज पर खुद का एक अकाउंट बनाना होगा। सप्लाई और डिमांड की हिसाब से CRYPTOCURRENCY का प्राइस में उत्थान और पतन होती है। जब आप किसी भी CRYPTOCURRENCY को खरीद रहे है तब यह ध्यान रखे की उसका प्राइस कम से कम हो और जब आप किसी भी CRYPTOCURRENCY को बेच रहे है तो ये ध्यान रहे की उसका प्राइस ज़्यादा से ज़्यादा हो तो आप जब उसको बेचेंगे तो लाभ कमायेंगे।
क्या ETHEREUM सुरछित है ?
ETH इस समय में ETHEREUM BLOCKCHAIN के ज़रिये उसी तरह सुरछित है जैसे BITCOIN अपने BLOCKCHAIN के ज़रिये सुरछित है।
ETHEREUM BITCOIN से कैसे बेहतर है ?
क्योकि ये 2nd-सबसे बड़ी CRYPTOCURRENCY है BITCOIN के बाद इसलिए ETHEREUM को तुलना हमेशा से BITCOIN के साथ की गयी है,लेकिन देखा गया है की ETHEREUM BITCOIN के मुकाबले बहुत से तरीके से बेहतर मन गया है। जैसे :-
- ETHEREUM में BLOCKS को माइनिंग करने में लगभग 15 सेकंड लगते है वंही BITCOIN’S में ये 10 मिनट की रेट से होती है। जल्दी से हो जाने से BLOCKCHAIN को TRANSICTION डाटा को कन्फर्म करने के लिए बहुत ही कम समय लगता है। जिससे ज़्यादा से ज़्यादा ट्रांसिक्शन हो सकते है।
- ETHEREUM में ट्रांसिक्शन फीस स्टोरेज नीड्स और नेटवर्क यूसेज पर आधारित है , वंही BITCOIN ट्रांसक्शन ब्लॉक साइज पर आधारित है और एक दूसरे से प्रतियोगिता करते रहते है।
- BITCOIN की माइनिंग में ASICc (application -specific integrated circuits) की ज़रुरत होती है जिसे की माइन करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में कैपिटल इन्वेस्टमेंट की ज़रुरत होतीETHEREUM माइनिंग की अल्गोरिदम को डिज़ाइन किया गया गया है ASIC-रेजिस्टेंस को ध्यान रखते हुए ,जिससे की आसानी से माइनिंग को डिसेंट्रलाइज़ किया जा सकता है।
- BITCOIN की तुलना में ETHEREUM में ट्रांसिक्शन फीस कम पड़ती है।
- नेटवर्क में रन होने के लिए ETHEREUM में करेन्सी के साथ-साथ दूसरे थर्ड पार्ट्री एप्लीकेशन को भी अनुमति दी जाती है वंही BITCOIN में केवल करेंसी को ही अनुमति दी जाती है।
- ETHEREUM में BITCOIN के मुकाबले MINERS ज़्यादा लाभ कमाते है।